दिनदहाड़े लूट:बीकानेर में मैनेजर को गोली मार ग्रामीण बैंक से 11 लाख रु. लूटे; दो युवक सीसीटीवी में कैद
इन दो युवकों पर ही लूट करने का शक है, जो बैंक की पास की गली से पैदल ही मुंह ढककर पहुंचे थे।
घटना के बाद बैंक कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी और मैनेजर को पीबीएम अस्पताल भेजा गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीणा ने बताया कि लूट की वारदात के बाद शहर में नाकेबंदी कर दी गई है। कोई भी गाड़ी बिना जांच के बाहर नहीं जा रही है। मौके पर सीओ सिटी सुभाष शर्मा पहुंचे। बाद में पुलिस अधीक्षक और बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक भी आए।
पहले मोबाइल लिए, फिर बाहर फेंके
लुटरों ने अंदर घुसने के साथ ही कर्मचारियों व एक अन्य व्यक्ति का मोबाइल कब्जे में ले लिया। लूट की वारदात पूरी होने के बाद मोबाइल वहीं आसपास फैंक गए, ताकि उनकी लोकेशन का पता न चल सके। यह मोबाइल किसी राहगीर को दिखाई दिए थे, जो पुलिस के सुपुर्द कर दिए गए। सीओ सीटी सुभाष शर्मा ने बताया कि मोबाइल लुटेरो के नहीं बल्कि वहां उपस्थित लोगों थे। नाकाबंदी में भी कोई पकड़ में नहीं आया है।
केबिन में की गई फायरिंग से बहा खून।
गैंग का हिस्सा या नौसिखिये थे लुटेरे?
जिस तरह लूट को अंजाम दिया गया उससे लगता है कि लुटेरे किसी पारंगत गैंग से नहीं है बल्कि कोई नौसिखिया रहे हैं। जिस तरह घटनाक्रम को अंजाम दिया गया और मौके पर बिना विरोध के फायरिंग की गई, उससे लगता है कि वो घटना को अंजाम देते हुए घबरा रहे थे।
बैंक मैनेजर का चैंबर जहां उसके हाथ पर लगी गोली से बहा खून।
कर्मचारी पुलिस घेरे में
घटनाक्रम के बारे में बताने के लिए मौके पर माैजूद किसी कर्मचारी को मीडिया के सामने नहीं आने दिया गया। दरअसल, मौके पर मौजूद बैंक कर्मचारी हिसाब किताब मिलाने में भी व्यस्त रहे। आठ बजे तक कोई भी कर्मचारी बाहर नहीं निकल पाया। एफएसएल की टीम काम कर रही है।